वायनाड में मूसलाधार बारिश है या कुदरत का कहर?
कुदरत भी बहुत अजीब है, आप जो सोचिये कभी कभी एकदम उल्टा ही हो जाता है | ऐसा ही एक हादसा हुआ केरल के वायनाड जिले में जहाँ कुदरत ने अपना रौद्र रूप दिखाया है | केरल के वायनाड जिले में मुसलाधार बारिश की वजह से भूस्खलन हो गया जिससे कई लोगों की जाने चली गयी हैं और ये संख्या अभी भी बढ़ ही रही है |
ड्रोन से ली गईं तबाही की तस्वीरें बर्बादी का मंजर बताने के लिए काफी हैं. चारों तरफ सैलाब का कब्जा दिख रहा है | सेना, वायुसेना और नौसेना तीनों राहत और बचाव के काम में जुटी हैं | बताया जा रहा है कि 123 लोग मारे जा चुके हैं और 90 अभी भी लापता हैं मतलब की वो अभी भी मलबे में दबे हुए हैं | 128 लोग जख्मी हुए हैं जिनका इलाज चल रहा है | अभी भी वहां भारी बारिश की चेतावनी है | बारिश के चलते राहत और बचाव कार्य में भी कठिनाई हो रही है |
मुख्यमंत्री के मुताबिक जिस जगह (मुंडक्कई) पर यह भूस्खलन हुआ, वह उच्च जोखिम वाले आपदा क्षेत्र में आता है और वहां लोग नहीं रहते हैं | वहां से मिट्टी, मिट्टी, पत्थर और चट्टानें लुढ़क कर चूरलमाला पर आ गईं, जो भूस्खलन की शुरुआत वाले स्थान से 6 किलोमीटर दूर है | यह कोई संवेदनशील स्थान नहीं है और यहां कई लोग सालों से रह रहे हैं | इसके मद्देनजर यहां बड़ी जनहानि हुई है | जमीन खिसकने से कई गाँव बह गए हैं | ऐसा हादसा वहां पहले कभी नहीं हुआ है | ड्रोन की मदद से जो तस्वीरें आई हैं वो दिल दहलाने वाली हैं |
जिले में 45 शिविर स्थापित किए गए हैं और करीब 3,069 लोगों का वहां पुनर्वास किया गया है |